पाकिस्तान ने कश्मीर में धारा 370 हटाने के विरोध में पिछली बार तो सूचना नहीं देकर राजस्थान की सीमा पर टिड्डियों का हमला करा दिया, मगर इस बार वाे एेसा नहीं करपाएगा। कृषि मंत्रालय व टिड्डी चेतावनी संगठन (एलडब्ल्यूओ) दुबारा हमला होने पर उन्हें हवा में ही करारा जवाब देने की तैयारी कर चुका है।
एलडब्लयूओ के डिप्टी डायरेक्टर केएल गुर्जर ने बताया कि कृषि मंत्रालय ने रक्षा, गृह व सिविल एविएशन मंत्रालय व आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से समन्वय बनाना आरंभ कर दिया है। साथ ही अंतरराष्ट्रीय फर्म माइक्रोन को 10 माइक्रोनेयर स्प्रेयर भेजने के भी ऑर्डर कर दिए हैं, जिससे हेलीकॉप्टर के माध्यम से टिड्डियों पर हवा में ही कीटनाशक का स्प्रे किया जा सकेगा। इधर, फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गनाइजेशन ऑफ यूनाइटेड नेशन (एफएओ) ने विभिन्न देशों को सचेत किया है कि अभी ईरान, सूडान, इथोपिया, सउदी अरब और ओमान में टिड्डियों का प्रजनन हो रहा है, उनका दल जल्द ही उड़ने लगेगा और 2 महीने में भारत पहुंच सकता है। एफएओ की टीम ने हाल ही में भारत का दौरा कर पूरे हालात जांचे हैं, उसके बाद कृषि मंत्रालय व टिड्डी चेतावनी संगठन (एलडब्ल्यूओ) ने भी आने वाले खतरे से निपटने के लिए हवाई हमले की रणनीति बनानी शुरू कर दी है।
केंद्रीय दल आज जोधपुर, जैसलमेर, जालोर व बाड़मेर में लेगा नुकसान का जायजा
प्रदेश में टिड्डी प्रभावित जिलों में रबी फसलों में हुए खराबे का जायजा लेने के लिए केंद्रीय अध्ययन दल मंगलवार को जोधपुर, जैसलमेर, जालोर व बाड़मेर में जिला कलेक्टर व जन प्रतिनिधियों से चर्चा कर टिड्डी प्रभावित क्षेत्राें का भ्रमण कर नुकसान का जायजा लेगा। इसके बाद 19 फरवरी को जैसलमेर, जालोर व श्रीगंगानगर जिलों का दौरा कर 20 फरवरी को जोधपुर में टिड्डी प्रभावित जिलों के संबंध में बैठक होगी।